song lyrics / Rekha Bhardwaj / Halki Khanak Si lyrics  | FRen Français

Halki Khanak Si lyrics

Performers Rekha BhardwajShelleeKaran Kulkarni

Halki Khanak Si song lyrics by Rekha Bhardwaj official

Halki Khanak Si is a song in Hindi

हल्की खनक सी कहीं सुन रही
रोशन झलक सी कोई दिख रही
ज़ेहन साज़ कुछ गुनगुनाने लगा
कहानी नये पन्ने है चुन रही
क़त्रे बहे जो इकठे हुए थे
अब धूप की आमदें
बिखरना था आसान जो होने दिया ना
ये कायनात है साथ में
हल्की खनक सी कहीं सुन रही

याद कोई दिल के दर पे मेरे
मुस्कान दे जाएगी
हल्की नरम धूप बातें तेरी
राहत ही दे जायेंगी
क़त्रे बहे जो इकठे हुए थे
अब धूप की आमदें
बिखरना था आसान जो होने दिया ना
ये कायनात है साथ में
हल्की खनक सी कहीं सुन रही
रोशन झलक सी कोई दिख रही
ज़ेहन साज़ कुछ गुनगुनाने लगा
कहानी नये पन्ने है चुन रही
हल्की खनक सी कहीं सुन रही
Lyrics copyright : legal lyrics licensed by Lyricfind.
No unauthorized reproduction of lyric.

Comments for Halki Khanak Si lyrics

Name/Nickname
Comment
Copyright © 2004-2024 NET VADOR - All rights reserved. www.paroles-musique.com/eng/
Member login

Log in or create an account...

Forgot your password ?
OR
REGISTER
Select in the following order :
1| symbol at the bottom of the helmet
2| symbol at the bottom of the thumbs up
3| symbol to the left of the padlock
grid grid grid
grid grid grid
grid grid grid